मुरली मनोहर मेरे कान्हा कैसा है तुमसे मेरा नाता मन मोह लेते वंशी धुन से तेरे पीछे सब जग भागा ओ मोहन,बाल गोपाला यशोदा मैया का तू है लाडला तोड़े तू माखन मटकी,खाए लपेटे उसमें तन ही सारा तुझ संग सच्ची मित्रता निभाए गोकुल में श्री सुदामा बजाए बासुंरी जब झूमे लय में वृंदावन लगे बड़ा प्यारा तेरे जन्मोत्सव पर मैं क्या करूं तुझको अर्पण नंदलाला तूने तो आशीर्वाद सदा ही मुझपर अमृत सा बरसाया। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1029 #collabwithकोराकाग़ज़ 💐💐 श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ! 💐💐 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।