जिंदगी एक सफर ही सफर का दौर है आज यहाँ कल कहाँ फिर भी शोर है चलते रहो डगर में तुम प्रकाश की तरह हर शुबह की नई किरण प्रतीक ये भोर है prakash uikey #puthought #pushayari #pupoetri #puquote