मेरी डूबती हुई किश्ती को सम्हालने किनारा बन जा तू मेरी आँखों को सुकूँ दे सके ऐसा नज़ारा बन जा तू माँगता नहीं हूं मैं वैसे तो खुदा से कुछ भी खुद के लिए मेरी हर जरूरत को पूरा करने का सहारा बन जा तू ©आजाद पंछी pcj #Happy_Propose_day