अभी तो मैं बहुत खाली हूं , थोड़ा सा अभी भरना बाकी है ! अभी तो चढ़ीं है चन्द सीढ़ियां , अभी तो पूरा पहाड़ चढ़ना बाकी है! छोटी है लकीरें हाथों की ,कोई शिकवा नहीं मेहनत से इन्हें अभी गढ़ना बाकी है ! दुखों ने तो भगवान को ना छोड़ा , तो हम तो सिर्फ यहां एक झांकी हैं ! _ शिवम चंद्रा #motivationthought 🔥🔥🔥