Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat चुप चुप करवा कर रह जाती थी उसकी आंखों में ज़िन्दगी नज़र आती थी नसों में दौड़ता ख़ून भी उसके होने से कुछ ज्यादा ज़ोर से दौड़ जाता था आंख मूंदने पर भी नकाब पौष शक्ल में भी वहीं नज़र आता था नजदीकियां बढ़ाने लगी थी मुझसे बेबाक ज़िन्दगी मालूम नहीं था एहसास वहीं था वो शक्स नहीं था। उसको देखना आसान कहाँ था इसलिए छुप-छुप के देखा। #छुपकेदेखा #collab #YourQuoteAndMine #shayari #love #yqdiary #life Collaborating with YourQuote Didi Collaborating with Prashant Sameer Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat चुप चुप करवा कर रह जाती थी