जानां मेरे पास आना बैठना, थोड़ा तबियत से मेरा हाल जानना! सिरहाने बैठकर बिख़रे लटों को संवारना, हाथों में हाथ रख कुछ अपने दास्तां से रूबरू करवाना। हुस्न के क़सीदें गढ़ती तेरी लफ़्ज़ों से कहीं तेरे हाथ की बनी चाय इश्क़ है!❣️🦋 ©Aashutosh "तेरे हाथ की बनी चाय इश्क़ है"❣️ #International #ChaiDay 🦋