दामन में अब लपटों का होना भी ज़रूरी है, दरिंदो के मौत का मंज़र होना भी ज़रूरी है, इन कमज़ोर सरकारों से अब शायद कुछ भी नहीं होगा, तो गुलाब के साथ अब खंज़र होना भी ज़रूरी है। -सुमीत #Rape #vultureculture #बलात्कार_आखिर_क्यों_हुआ #Shayari #Stoprape