सुखा सुखा लगता है अब उस नदी का किनारा जिस पर बैठकर हम पल दो पल की बात किया करते थे सुखा सुखा लगता है अब उस नदी का किनारा जहाँ हम बैठकर इक दूसरे को याद किया करते थे. दिल की बात शब्दों के साथ