बहुत बड़ी बात यही, मैं तुम्हारी ज़िन्दगी का ज़रूरी हिस्सा हूँ, ऐसे, जैसे, कैसे भी सही, तुम्हारी कहानी में ज़रूरी क़िस्सा हूँ। रही वो नमकीन सी चाहत,मगर मिले हैं मीठे से एहसास कई, खट्टे-मीठे, खारे-नमकीन जैसा भी तुम्हारी बातों का चस्का हूँ। ♥️ Challenge-506 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ इस विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।