,एक कुंडलियां छंद पुलिसिया व्यवस्था पे हाथन डंडा भॉजते,और चलावे बूट, कोरट द्वारे जा फसे,खूब हुई तब कूट। खूब हुई तब कूट,बूट ले हाथो भागे, काला दिखता कोट,दौड़ते भागे आगे, भीड़ बने सरदर्द,ना माने कोइ बातन, भोले और गरीब,यही पिटते इन हाथन। #जैसे_को_तैसा