खुदा को पाने की एक मंजिल है इश्क प्यार मुहब्बत से खुदा अपनेपन की तालाश है इश्क न मासूका का कंधा न महबूब का प्यार पीर की मजार है इश्क आजाद निगाहों की तालाश है इश्क जो तेरी रूह बसती है मुझमें उसी का नाम है इश्क माँ बाप की अजान है इश्क मीरा का स्वाभिमान राधा का सम्मान है इश्क द्रोपदी की साड़ी पहलाद का अंगदान है इश्क तुलसीदास की रचना रहीम का बखान है इश्क लिखने जो बैठु सारा जहान है इश्क मेरी तेरी पहचान है इश्क #NojotoQuote