ज़िन्दगी भर का प्यार उन दो महीनों में लूटा दिया, अपना बना कर फिर गैर बना दिया। भला क्या शिक़ायत होगी उस शक्स से, जिसने कुछ पल ही सही पर ज़िन्दगी को जीना सिखा दिया। क्या हुआ जो अब वक़्त नहीं उसके पास, वो वक़्त भी हमारा था जिस वक़्त में वो मेरे साथ था। आज नहीं तो कल वो पल फिर हमारा आयेगा, जिस पल में हमारा गुजरा हुआ लम्हा फिर याद आयेगा। याद करोगे आप फिर उस दिन को, जिस दिन आपका और मेरा अफसाना बन जाएगा।। 🙏🏻🙏🏻