ख़्वाबों में तुझ से बात तो शायद अब भी हो जाती है तेरा ज़िक्र ही ख़त्म नहीं होता और रात हो जाती है। यूं तो यह आंखें तेरे इंतजार में पथरा सी गई हैं मेरी मुझे पता भी नहीं चलता और मुलाकात भी हो जाती है। #hayyat_quotes #alhayyat #yaad #khwab #raat #mulaqat