पानी और स्त्री एक समान जितने बड़े घर में रहती हैं उतनी ही साज़ सज्जा के साथ पेश की जातीं हैं पर कुछ भी हो एक वक़्त के बाद नारी और नाली एक ही नज़र आती हैं,,नर्गिस बेनूरी नारी और नाली