/ एक कहानी तोता मैना की / एक दिन मैना के ख्याल आया कि क्यों ना आज तोते को खुश किया जाय । उनकी चाहत की कहानी तरो ताजा किया जाए । उनके द्वारा कही गई प्रशंसा को उन्ही के सामने दोहराकर । मैना तोते के सामने जाकर कहती है । कि अर्ज करती हूं जनाब ,कुछ प्यार भरे शब्द आपके सामने । सब्द यूं हैं कि ---> आप खूबसूरत हो , हसीन हो, और लाजवाब हो । इक तुम्ही हो, जो मेरे दर्दे दिल की इलाज (दवा) हो । ऐ जहनसिन तुम एक जीते जागते खूबसूरत परियों की मिसाल हो । तुम्हारे इस ढलती हुऐ जवानी में भी , इक जवान सी जहनशीन कली की प्रतिबिंब दिखता है ।मेरा ये दिल उसी जहनसिन सी कली की प्रतिबिंब को झुककर सलाम करता है । " ( खुदा हाफिज मैना बोली तोते से और चली गई ।) ©Ashraf Ali तोता मैना की कहानी#MereKhayaal