तेरे शहर में भी तो,सूरज उगता होगा तेरे शहर में भी तो शामें ढलती होगी आसमान चूमती होगी बेशक़ इमारतें तेरे शहर में भी तो ज़मीन, पिघलती होगी मेरे गाउँ सा तेरा शहर भी हंसता होगा मेरे गाउँ सा तेरे शहर में कोई रास्ता होगा जो ले जाती है अपनेपन के सफर में 'पारस' मेरे गाउँ सा तेरे शहर में भी दिल बसता होगा तेरा शहर-मेरा गाउँ #पारस #शहर #गाउँ #रास्ता