है अनजान वो मेरे से, आए हैं मेरे जिंदगी में अनजान शहर गली मोहल्ले से, लेकिन इस दिल में सगेपन का जगह कुछ इस तरह ले लिया है, मानों अब सगे पराए में कोई फर्क नहीं रह गया है ©Rajni Prajapti ye shayari mere bhaiyu ke liye h jo mere sge Bhai to nhi h lekin sge bhai se bhi bdhke h #brothersisterlove