bhagwan quotes हम रहे हमेशा सफर–दर–सफर होकर कोई बैठा रहा इंतजार में घर होकर मिरी छांव में बैठकर काटा गया मुझे शायद यही मिलता है शजर होकर #NojotoQuote हम रहे हमेशा सफर–दर–सफर होकर कोई बैठा रहा इंतजार में घर होकर मिरी छांव में बैठकर काटा गया मुझे शायद यही मिलता है शजर होकर इससे तो अच्छा था कि गुजर जाते आखिर मिला ही क्या मुख्तसर होकर