कितना अच्छा होता प्यार हलीमी और अमल हर जीवन का आधार हो। भाई-भाई दुश्मन नहीं, हमदर्द और ग़मखार हों वहदत और काविश से आसां, हर पल राहें दुश्वार हो। हलीमी=नम्रता ग़मखार=दुःख-दर्द बांटने वाला वहदत= एकत्व काविश=प्रयत्न ©Anjan #Thoughts