आ रहा है वख्त अब सबसे साथ छूटने को है ये जो राह है अब एक मोड़ लेने को है कोई गलती हुई हो मुझसे तो तहे दिल से माफ़ी अब मेरी कलम बदलने को है याद है आज भी वो दिन जब गुम सुम सी आई थी यहाँ अब वो सारी यादें मुझमें उमड़ने को है ये जो थी महफ़िल हम सबकी इसमें अब एक जगह खाली होने को है कोई रौनक सी मिलेगी फिरसे अब वो जगह उसकी इंतेज़ार करने को है #not #much #time #left 🙃 Prachiii 😉 thank you for poking💐✨