आंखें थी आंखों में , हाथों में हाथ थे याद है मुझको हम तुम कभी साथ थे साथ तुम थे तो ग़म भी खुशी बन गया अब ख़ुशी बन गयी ग़म तुम्हारे बिना #ghazal #tumharebina #mohabbat