जब लिखा था पहली बार स्कूल वाली बेंच पे नाम उसका... तब हमें ना पता था की क्या होगा बाद मे अंजाम उसका... फिर बदल गयी यारो वो भी मेरे उस स्कूल की तरह... एक ख्वाब मैंने देखा था ज़िदंगी भर साथ रहने के उसका... आज भी वो स्कूल और उस बेंच पे लिखा उसका नाम याद है.... सोचता हूँ की चलो कही तो अब भी बाकी है निशां उसका... #andy_छोरा