दिल लगाना और तोड़ना एक कला है . जिसमें तुम पूर्णता निपुण हो . कैसे पाई इतनी निपुणता जाते जाते जरा मुझे भी तो सिखा जाती. तेरे जाने के बाद कम से कम किसी और से मैं भी तो दिल लगा लेता. 48