पैसा था, शोहरत थी,चकाचौंध भरी लाइफ स्टाइल भी थी... काश! एक सच्चा दोस्त भी होता तो ज़िन्दगी यूं बेवक्त मौत से न हारी होती! दिल-दिमाग़ को दोस्तों , शुभचिन्तकों के सामने यदा-कदा खोल लिया करो यारो! सब कुछ जज़्ब करके कहाँ ले जाओगे इतना ज़हर? यारों के साथ चाय की महफ़िल जमाओं! उनकी सुनो, अपनी सुनाओ! ज़िन्दगी, जीने के लिए मिली है इसे यूं ना गवाओ...!! #सुशांत #तुम #क्यों #हारे। #SushantSinghRajput