अजीब दास्तां है ये किसे अपना कहूं किसे गैर, समझ नही आता इस दुनिया कि दस्तूर अजीब हैं, कहने को सब अपने हैं, ज़ब ढूंढा तो सिर्फ खुद को पाया #नोजोटो #कविता #कोट्स #हिंदी #kavisala