"ये दुनिया जीते जी चादर ना ओढ़ाए कभी, मरने पर कफन ओढ़ाए जाती है जब कभी मैं हक की बातें करता हूं, तो मुझे जिम्मेदारियां गिनाए जाती हैं... कशिश तो यह होती है कि गिरेबान पकड़ के पटक दे साले को पर उलझनों की आदत हमें हमारी औकात दिखाए जाती है..!!" - Maahi "ये दुनिया जीते जी चादर ना ओढ़ाए कभी, मरने पर कफन ओढ़ाए जाती है जब कभी मैं हक की बातें करता हूं, तो मुझे जिम्मेदारियां गिनाए जाती हैं... . . Thank You So Much for your love and support!!! - Maahi