उठ जाती है ... मगर अलसाती बहुत है !! आँखे बंद करके खोलती है ... अकेले में मुस्कुराती बहुत है !! जब घर पर कोई नहीं होता ... साड़ी पहनकर इतराती बहुत है !! माँ को कालेज की बातें बताती है ... पर छुपाती बहुत है !! इशारों में करती है गुफ्तगु उससे ... फिर भी नजरें चुराती बहुत है!! ©yashomitra singh #new girl