आँखें जितनी गहरी, जिस्म उतना ही बेपोर है, दुनिया हूर मानके खुश है उसे, मेरे लिए तो वो कुछ और है, वो एक बेशकिमती किरदार है, जिसके आगे सब बेकार है, फिर एसी नकाशी भी, फिर एसा हुस्न, खुदा की मिलकियत मे भी, कैसे कैसे औजार है? #beautiful #hindi #shayari #hindipoetry #yqbaba #yqdidi #beauty