White दुबारा मिट्टी न सटाना, मैं जो आत्मा हूं, परमात्मा तेरा अंश, मेरा करना न विध्वंस, लपेटे मिट्टी, जो अबकि हटाना, दुबारा मिट्टी न सटाना। अगर में जोत हूं तेरी, न कालिख उपजे दिये लगाना, न सूरज की रोशनी बनाना, अंधेरी रात पनपे बाद, हड़पे चांदनी का सबब, न चांद की करना बुनियाद, नहीं नूर नजर का करिये, करिया अंखियां उसपे काजल, न मंजर बदलता रंग, वो क्या जोत होऊं सबब, सुन लो खुद में समोये बिखेरो, सच की वो चमक कर छितरा, समेटो फिर तो तेरा ही ठिकाना, बिल्कुल 'अपना' प्रकाश बनाना। ©BANDHETIYA OFFICIAL #GoodNight #परमात्मा का प्रकाश।