सुनो सुनो इक कहानी सुनो पानी की ज़ुबानी सुनो, व्यर्थ बहाते क्यों तुम मुझको करते क्यों नादानी सुनो, जिस दिन धरती से कुदरत की मिट जाएगी ये निशानी सुनो, उस दिन तबाह हो जाएगी जीवों की जिंदगानी सुनो। # save the water,save the life.