अपने जवाँ सपनों में रँग भरने, और कुछ फ़र्ज़ निभाने को, दूर हुए कुछ, अपनों से अपने बेफ़िक्री छोड़, निकल पड़े हैं घरों से, अब ऊँगली पकड़ने वाले, बुढ़ापे की लाठी बनने। 🙏पोस्ट को हाई लाइट जरूर करें 🙏 भेजने का समय कल शाम 6 बजे तक। परिणाम की घोषणा कल रात 9 बजे के बाद। सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे ।