मैं समाज हूँ ! सुबह से लेकर शाम तक शाम से लेकर सोने तक सोने से लेकर सूरज उगने तक ये जो भी घटना दुर्घटना यहाँ घटता रहता है वो सब प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से मुझसे जुड़ा हुआ है बताओ मैं कौन हूँ ??