तू ना सही , तेरी तस्वीर भर काफी है। काफी है ये एक तरफ़ा सी मोहब्बत , तेरी तरफ़ा से ना सही , काफी है झरोके से झलक तेरी , चाहे पल दो पल की सही, तू मेरा खवाब भर ही सही ,मुझे तो तेरा ख्वाब भर काफी है। अरे तू ना सही ,मुझे तो तेरी तस्वीर भर काफी है। काफी है तेरा मेरा हाल पूछ लेना , चल यू ही सही , काफी है तेरा हक़ से किसी मुझे एक ओर खींच लेना , मोहब्बत ना तेरा गुस्सा सही, कुछ देर ही सही , तेरे नरम हाथो का एहसास भर काफी है। अरे बाहो में तू किसी ओर की सही , मुझे मेरी यादो में तेरा कुछ पल का साथ भर काफी है। काफी है तेरी सीरत , सूरत तेरी कितनी खूबसूरत सही, काफी है तेरा गुस्सा , मुस्कराहट तेरी मेरी जान सही, इकरार ए मोहब्बत न सही ,मुझे तो तेरी फटकार भर काफी है। अरे तू ना सही , मुझे तो तेरी तस्वीर भर काफी है। मुझे तो तेरी तस्वीर भर काफी है। (written by ) Gaurav raj. #kafihai