यहां कौन अपना है । यहां कौन पराया ।। निकला दुनिया घूमने । तो अपने पराए का फ़र्क पहचान पाया ।। यहां हैं तो सभी अपने अगर मानों तुम । वरना बात वक्त कि हैं पल भर में अपने भी पराए बन जाते हैं ।। ये दुनिया एक कहानी है । जब निकलें तो ही पहचानी हैं ©Abhishek Kumar यहां कौन अपना है । यहां कौन पराया ।। निकला दुनिया घूमने । तो अपने पराए का फ़र्क पहचान पाया ।। यहां हैं तो सभी अपने अगर मानों तुम ।