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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किराए के को किया मैंने

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किराए के को किया मैंने अभियान 2021 को मंजूरी दे दी है राष्ट्रीय ने इस गत शनिवार को मंजूरी दी है और गजट प्रकाशन के साथ यह कानून लागू हो गया है इस कानून में सरगोशी के वैधानिक मान्यता देने और उसके व्यवसायीकरण को गैरकानूनी बनाने का प्रावधान है इस कानून से सरगोशी के वाणिज्यिक पैमाने का दुरुपयोग पर अंकुश लगाना इसके जरिए एवं मात्र प्राप्त करने के लिए सरगोशी की अनुमति मिली गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च का लगभग 2 पॉइंट अरब डॉलर का सालाना कारोबार है इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च का की रिपोर्ट के मुताबिक भारत हड़ताल सरगोशी के जरिए लगभग 2000 बच्चों को जन्म देता है इनमें से अधिकतर विदेशियों को सौंप दिए जाते हैं 108 मदर को इसके बदले 10 से 1200000 रुपए दिए जाते हैं इसलिए यह अवैध कारोबारी बन गया है देश में सरगोशी के जुड़ने करीब सात लाख से 8000 क्लिनिक है जो अवैध रुप से सर्व घोसी को बढ़ावा दे रहे हैं जिसमें पैसे का लालच देकर पिछले दरवाजे से काला करो बरी किया जा रहा है वहीं भारत में किराए की कोख देने वाले ज्यादातर महिलाएं गरीब और निम्न तबके की होती है इनमें से बहुत को करार संबंधी कानूनी पहलुओं की जानकारी नहीं होती इसलिए यह खतरा हमेशा बना रहता है कि सरगोशी के नाम पर उनका यौन शोषण किया जा सकता है फिर अधिकतर मामले में समाज के लुका चुपी करें किराए की कोख ली और दी जाती है इसलिए भी सरगोठ माह के साथ धोखाधड़ी की आशंका रहती है प्रवास में सहायक अवर अस्पताल में नर्सिंग होम जमकर कमीशन खाते हैं और उनके मामले में करारे की ज्यादातर राशि वही हड़प जाते हैं सरगोशी के बढ़ते चलन और इसके चलते महिलाओं के स्वास्थ्य सुरक्षा आदि के खतरे के मजेदार इस दिशा में स्पष्ट कानून की जरूरत है पूरे देश में भारत सरगोशी का हक बन गया है इसलिए दुनिया भर के लोग सरगोशी के लिए भारत का रुख करते हैं दरअसल सरगोशी की आड़ में एक पूरी इंडस्ट्री है जो फल-फूल रही है जिसे रोकना बहुत जरूरी है और इस कानून की मदद से उस पर लगाम लगा सकते हैं इसे सरगोठ मद्रास का शोषण कम होगा

©Ek villain # राष्ट्रपति कोविंद ने  नियम 2021 को मंजूरी दे दी है

#Moon
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किराए के को किया मैंने अभियान 2021 को मंजूरी दे दी है राष्ट्रीय ने इस गत शनिवार को मंजूरी दी है और गजट प्रकाशन के साथ यह कानून लागू हो गया है इस कानून में सरगोशी के वैधानिक मान्यता देने और उसके व्यवसायीकरण को गैरकानूनी बनाने का प्रावधान है इस कानून से सरगोशी के वाणिज्यिक पैमाने का दुरुपयोग पर अंकुश लगाना इसके जरिए एवं मात्र प्राप्त करने के लिए सरगोशी की अनुमति मिली गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च का लगभग 2 पॉइंट अरब डॉलर का सालाना कारोबार है इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च का की रिपोर्ट के मुताबिक भारत हड़ताल सरगोशी के जरिए लगभग 2000 बच्चों को जन्म देता है इनमें से अधिकतर विदेशियों को सौंप दिए जाते हैं 108 मदर को इसके बदले 10 से 1200000 रुपए दिए जाते हैं इसलिए यह अवैध कारोबारी बन गया है देश में सरगोशी के जुड़ने करीब सात लाख से 8000 क्लिनिक है जो अवैध रुप से सर्व घोसी को बढ़ावा दे रहे हैं जिसमें पैसे का लालच देकर पिछले दरवाजे से काला करो बरी किया जा रहा है वहीं भारत में किराए की कोख देने वाले ज्यादातर महिलाएं गरीब और निम्न तबके की होती है इनमें से बहुत को करार संबंधी कानूनी पहलुओं की जानकारी नहीं होती इसलिए यह खतरा हमेशा बना रहता है कि सरगोशी के नाम पर उनका यौन शोषण किया जा सकता है फिर अधिकतर मामले में समाज के लुका चुपी करें किराए की कोख ली और दी जाती है इसलिए भी सरगोठ माह के साथ धोखाधड़ी की आशंका रहती है प्रवास में सहायक अवर अस्पताल में नर्सिंग होम जमकर कमीशन खाते हैं और उनके मामले में करारे की ज्यादातर राशि वही हड़प जाते हैं सरगोशी के बढ़ते चलन और इसके चलते महिलाओं के स्वास्थ्य सुरक्षा आदि के खतरे के मजेदार इस दिशा में स्पष्ट कानून की जरूरत है पूरे देश में भारत सरगोशी का हक बन गया है इसलिए दुनिया भर के लोग सरगोशी के लिए भारत का रुख करते हैं दरअसल सरगोशी की आड़ में एक पूरी इंडस्ट्री है जो फल-फूल रही है जिसे रोकना बहुत जरूरी है और इस कानून की मदद से उस पर लगाम लगा सकते हैं इसे सरगोठ मद्रास का शोषण कम होगा

©Ek villain # राष्ट्रपति कोविंद ने  नियम 2021 को मंजूरी दे दी है

#Moon
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