भटकता जब मन है यादों के गहन वन प्रांत में। एक हलचल सी मचल उठती है हृदय अशांत में। हसरतें जितनी अधूरी ज़िन्दगी में रह गईं, याद आ आ बहुत पीड़ा दे रहीं एकांत में।। ✍️जीतेन्द्र✍️ ©Jitendra Singh #lonely #EKANT