मेरे अल्फाज जो कह दें, तो मैं बन जाऊँ फिर पानी। हँसी लम्हात जो दे दे, है उसकी वो कहानी। तरसते थे मुकद्दर से, जिसे पाने को हम लेकिन। मिला वो हमको किस्मत से, है ऐसी उसकी रवानी। कभी कहते थे वो हमको, मिले हो तुम तो किस्मत से। बताये कैसे उनको हम, मिलन की दास्तान पुरानी। लिखा जो किस्मत में हमारे, बदल न उसको सकते हम। कि तू ही मेरा हमदम, तू ही है मेरी निशानी। मेरे अल्फाज जो कह दें, तो मैं बन जाऊँ फिर पानी। हँसी लम्हात जो दे दे, है उसकी वो कहानी। मेरे अल्फाज जो कह दें #alfaaz #lamhaat #kahani #lovestory #khwahish