White जब दर्मियां कुछ बाकी ही नहीं रहा तो वो क्यूं आता , आकर्षण एक न एक दिन तो खत्म हो ही जाता... हमारे मन का सोचकर वो क्यों पछताता , क्या फर्क पड़ता है मेरे दिल जलाने से... कि उन्हें हमारे बदन पर लिबास पसंद नहीं होता ,, काश वो साथ होता तो हमें टूटकर प्यार करता, कहां गए वो दिन जब निगाहों से उनके लब मेरे लबों को चूमता , अगर सामना हुआ भी तो सिर्फ मेरी बांहों में होता, न जाने कितने दिन बीत गए वो हमें याद भी नहीं करता , एक हमारा दिल है दिन रात बस उसका नाम जपता है , अंदाजा नहीं उसे ये दिल कितना प्यार करता है मैं पागल प्रेमी आवारा , न जाने क्यूं उस पर मरता है ... सारी रात बस उसे याद करता है , सारी सारी रात बस उसे याद करता है । ©NISHA DHURVEY #good_night #फीलिंग्स#feeling