हल हजारों रहें और इबारत ना रहें, सितारों में चमक हो जगमगाहट ना रहें, चलतीं रहेगी रस्मे सुख़न मगर क्या चलें, ग़र ना हो अदा -ए- राहत और ना राहत रहें!! jazzbaat we will miss you sir #RIPRahatIndori