हों जब गिरे आंसू अँधेरे मैं दर्द उठता है सीने से सवेरे मै कोशिशें नाकाम हैं सम्भलने मैं सम्भले कुछ फिर गिरे चलने में ये ग़म उदासियाँ और रुस्वाई निकलने नहीं देती खुद से निकलने में हो कुछ मुमकिन अगर नसीहतें अपनानी है मुझे खुद को बदलने मे बस ज़बरदस्ती नहीं की तक़दीर से सारिम वगरना कहाँ वक़्त लगता नसीब को बदलने मे ©Mohammad sarim #Dard #Dard_e_dil #Heart #Broken💔Heart #zindagj #Ishq❤ #Hopeless