तुम क्या गई हमारी जैसी दुनिया ही बीरान हो गई तुम्हारे वादे वो कस्मे झूठे निकले गजल तुम तो कहाँ करती थी हम जनम जनम के साथि है ©D K Singh Rajput साथ नहीं निभाई