क्या क्या है झूठा जीवन में, ये परख नहीं पाते. जिसने की चिंता हमारे लिए, उन्ही को अपनों की list में शामिल है करते. जो दुख में दे साथ ऐसे लोगो को हम भूल नहीं पाते. और जो बस सुख तक हो साथ, उसे बस दुःख में भी ख़ुश है दिखाते. पर अक्सर हम उनसे बात करना नहीं चाहते. इस कारण हम अपनों से दूर रहे नहीं पाते... अपने और पराये में भेद.......