White मै जानता हू। ये कोरी कल्पना ही है। मगर फिर भी कितनी खूबसूरत है। मेरी बेकरारिया तुम्हारी मजबुरिया। एक दूसरे की चाहत। दूरियों में सिमट जाती है। भीड़ से दूर कही। एक साथ बैठने का एहसास। मन में रोमांच भर देता है। स्पर्श मात्र से रोम रोम प्रफुल्लित हो जाए । लब्ज़ हल्क में फंस गए हो जैसे। दिमाग शून्य हो जाए। ना कहने को ना सुनने को। बस एक दूसरे के साथ में मग्न हो जाए। ये पल भर की कल्पना। जीने इच्छा और उम्मीद सी जगा देती है। तुम कितनी कितनी हो पास। ये वजह बता देती है #अनुराज ©Anuraag Bhardwaj #Couple