Nojoto: Largest Storytelling Platform

ना जाने क्यों आज गम की बौछार छाई है लबों है।।।।।

ना जाने क्यों आज गम की बौछार छाई है लबों है।।।।।
 खामोशी और दिल में एक तड़प छाई है ,,,,,,
मैं खुद भी   नहीं   janta की क्यों तेरी तस्वीर  मेरी नजरो में छाई है ।।
रो लेता हु अकेले में चुपके ना जाने ये कैसे तनहाई है,,
 किस बात का गम है मुझको इसका मुझे खुद भी अहसास नहीं
ना जाने क्यों मेरी इस खामोशी का मेरे पास भी कोई जवाब नही
ना जाने क्यों तेरी  चिंता मुझे हरपल सताती है तेरी एक आहट से सांस मेरे थम जाती है ।।।।
क्योंकि तेरी सांस मेरी सांस से जुड़ जाती है ,,,,,,,,

©Khushi ki khushi #udassi Raj Yaduvanshi Rahasya Sameer ali Ajay Yadav