कि छोड़ दिया हमनें दोस्तों से हाँथ मिलाना अब हम दुश्मनों को गले लगाते हैं, औऱ तोड़ा है जिन्होंने दिल मिरा, हश्र बुरा किया अब हम उन्हें उनकी औकात दिखाते हैं -"निखिल कुमार" tuta tuta aise tuta ki fir Jud na paya