एक बुद्धिजीवी से मैने पूछा - भाई! यह खुशियाँ कहाँ रहती है ? मुस्कुरा कर उसने कहा - पहले तो हर छोटी छोटी बातों में रहती थी....आजकल सुना है दूसरों कि दुख-तकलीफ़ में रहती है । #विचार