मत काटो इन बेजुबान पेड़ों को, ये तुझे जीने को साँस देते हैं, तेरा चूल्हा जलता है इनकी लकड़ियों से हव़न भी इनकी लकडियो से होता है, तेरी चिता भी ये ही बनते है, इनके बिना मर जाओगे, मर कर भी सड़ जाओगे, बिना पेड़ के ना साँस भी ना ले पाओगे, मत काटो इन बेजुबान पेड़ों को।। #अंकित सारस्वत # #पेड़