भाईचारे की बाते करने वाले ,क्यूँ बढ गया तेरे दिल का क्लेश कि जब से रामामय हुआ है देश ,कि जब से रामामय हुआ देश यदि इतनी ही थी भाईचारा कोर्ट नही ले जाते तुम, मन्दिर जिसे बाबर ने ढहाया इतिहास नहीं झुठलाते तुम क्यो बाते बना कर रहे खुशामद ,भाता क्यूँ नहीं भगवा वेष कि जब से रामामय.................. भूल गये थे क्या तब भाईचारा जब तुम ने हम सब का अपमान किया, लहराकर जब हाथों में तलवारे भगवाधारी के रक्तो से जब तुमने स्नान किया अब क्यूँ वादा खिलाफती का रोते रोना, जब खुद ही पैदा किये ऐसा परिवेश कि जब से रामामय ............ ©Pt.Anuj Vajpayee रामामय