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खुशियों को मैंने ख़ुद पे मेहरबान रखा, सांस लेते हैं

खुशियों को मैंने ख़ुद पे मेहरबान रखा,
सांस लेते हैं रिश्ते क्योंकि,
हरेक गलती के लिए माफ़ी का मैंने श्मशान रखा है,
रोज़ाना कह देती हूं 'तख़लिया' ख्वाबों को,
मैंने हर ख़्वाब को जो पूरा करने का अरमान रखा है,
कहते हैं नाम हो जाता है दुनिया में जो बदनाम हो जाओ,
मेरा नाम मैंने आज से बदनाम रखा है,
कर देती है हर शब आज़ाद एक ओर दिन से,
खुद को सुलाने के लिए लोरी का गीत मैंने थकान रखा है,
क्यों नहीं बिखरती मेरी हस्ती इतना बिखरने पर भी,
वजह ये है,
ख़ुद की मुस्कान के लिए काम पे मैंने ये जहांन रखा है
 #NojotoQuote
खुशियों को मैंने ख़ुद पे मेहरबान रखा,
सांस लेते हैं रिश्ते क्योंकि,
हरेक गलती के लिए माफ़ी का मैंने श्मशान रखा है,
रोज़ाना कह देती हूं 'तख़लिया' ख्वाबों को,
मैंने हर ख़्वाब को जो पूरा करने का अरमान रखा है,
कहते हैं नाम हो जाता है दुनिया में जो बदनाम हो जाओ,
मेरा नाम मैंने आज से बदनाम रखा है,
कर देती है हर शब आज़ाद एक ओर दिन से,
खुद को सुलाने के लिए लोरी का गीत मैंने थकान रखा है,
क्यों नहीं बिखरती मेरी हस्ती इतना बिखरने पर भी,
वजह ये है,
ख़ुद की मुस्कान के लिए काम पे मैंने ये जहांन रखा है
 #NojotoQuote