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हिंदी मेरी पहचान है, हिंदी दिवस जिसे टैगोर ने चाहा

हिंदी मेरी पहचान है, हिंदी दिवस जिसे टैगोर ने चाहा, जिसे खुसरो ने गाया है,
निराला ने निरालेपन से, निर्मल प्रेम गाया है,
कि बच्चन जी हृदय में, घोल देते हैं मधुशाला,
हमें है पर्व हमने हिन्द में, हिंदी को पाया है।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
हिंदी मेरी पहचान है, हिंदी दिवस जिसे टैगोर ने चाहा, जिसे खुसरो ने गाया है,
निराला ने निरालेपन से, निर्मल प्रेम गाया है,
कि बच्चन जी हृदय में, घोल देते हैं मधुशाला,
हमें है पर्व हमने हिन्द में, हिंदी को पाया है।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं